"International Journal of Geography, Geology and Environment"
2020, Vol. 2, Issue 2, Part B
राजस्थान में जल संसाधन संरक्षण एवं विकास
Author(s): Shrawan Gour and Dr. Ajay Vikram Singh Chandela
Abstract: राजस्थान राज्य एशिया महाद्वीप के दक्षिण में स्थित भारत देश के उत्तर-पश्चिम में स्थित है जो क्षेत्रफल की दृष्टि सें राजस्थान का सबसे बड़ा राज्य माना जाता है। राजस्थान का अंक्षाशीय विस्तार 23°30ष् उत्तरी अंक्षाश से 30°12ष् उत्तरी अंक्षाश एवं देशान्तरी विस्तार 69°30ष् पूर्वी देशान्तर से 78°17ष् पूर्वी देशान्तर क¢ मध्य है। राज्य की दक्षिणतम सीमा बोरकुण्ड (बाँसवाडा) से प्रारम्भ होकर उत्तर में कोणा गाँव (श्रीगंगानगर) एवं पूर्व में सिलाना (धौलपुर) से प्रारम्भ होकर पश्चिम में कटरा गाॅव (जैसलमेर) तक विस्ताररित है। राज्य के पश्चिम में अन्र्तराष्ट्रीय सीमा रेडक्लिफ रेखा जों पाकिस्तान से लगती है। इस सीमा की राज्य में कुल लम्बाई 1070 कि.मी. है। राज्य के बीचों-बीच दक्षिण-पश्चिम से उत्तर-पूर्व की ओर अरावली पर्वतमाला विद्यमान है जो विश्व की प्राचीनतम पर्वतमाला है। इस पर्वतमाला के पश्चिम में भारत का सबसे बड़ा उष्ण थार मरूस्थल पाया जाता है। जो राज्य के 61ः भू-भाग पर पाया जाता है। जहाॅ ग्रीष्म ऋतु का अधिकतम तापमान कई बार 50° सेल्सियस को पार कर जाता है इसी कारण यहाॅ ग्रीष्म ऋतु में जीवन लीला समाप्त कर देनें वाली पवन लू चलती है। मरूस्थल की विकट समस्या का एक मात्र समाधान जल की उपलब्धता है जो केवल और केवल जल संसाधन से ही सुलभ हो सकती है।
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How to cite this article:
Shrawan Gour, Dr. Ajay Vikram Singh Chandela. राजस्थान में जल संसाधन संरक्षण एवं विकास. Int J Geogr Geol Environ 2020;2(2):113-116.