नदियों के जल प्रदूषण का अध्ययन गंगा नदी के विशेष सन्दर्भ में
Author(s): डाॅ. अशोक बाबू
Abstract: नदी आशा, विश्वास का प्रतीक है और इसकी पवित्रता के कारण इसकी पूजा की जाती है। हालांकि मानवजनित गतिविधि के कारण नदी का पानी लगातार प्रदूषित हो रहा है। नदियों के आस-पास के शहरों का अपशिष्ट जल नदी को गंभीर रूप से प्रदूषित कर रहा है। गंगा नदी न केवल लाखों लोगों के लिए विश्वास और आशा का प्रतीक है बल्कि रोज लोगों के उपयोग और पशुधन प्रबंधन के लिए भी अहम है। मात्रा के हिसाब से औद्योगिक प्रदूषण का योगदान लगभग 20 प्रतिशत है। लेकिन इसकी विषाक्त और नष्ट न होने वाले कचरे के कारण, इसका बहुत अधिक प्रभाव है। रामगंगा और काली नदियों के जलग्रहण क्षेत्र और कानपुर शहर में औद्योगिक क्षेत्र औद्योगिक प्रदूषण के महत्वपूर्ण स्रोत हैं। कानपुर में चर्म शोधन कारखाने, आसवनी, पेपर मिल और कोसी, रामगंगा और काली नदी के जलग्रहण क्षेत्र में चीनी मिलें प्रमुख रूप से जिम्मेवार हैं।
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How to cite this article:
डाॅ. अशोक बाबू. नदियों के जल प्रदूषण का अध्ययन गंगा नदी के विशेष सन्दर्भ में. Int J Geogr Geol Environ 2022;4(2):108-111.