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International Journal of Geography, Geology and Environment
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P-ISSN: 2706-7483, E-ISSN: 2706-7491
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"International Journal of Geography, Geology and Environment"

2023, Vol. 5, Issue 2, Part A

जयपुर जिले के भूमि उपयोग पर जनसंख्या गत्यात्मकता के प्रभाव का भौगोलिक अध्ययन


Author(s): दुर्गा, इंदु यादव

Abstract: किसी क्षेत्र विषेष में विभिन्न कारणों से एक निर्धारित समयावधि में लोगों की संख्या में होने वाले परिवर्तन को जनसंख्या गत्यात्मकता अथवा जनसंख्या गतिषीलता अथवा जनसंख्या गतिकी कहते हंै, जिसके लिए उत्तरदायी कारणों में प्रमुख रूप से जन्म दर, मृत्यु दर, आप्रवास तथा उत्प्रवास को सम्मिलित किया जाता है। वर्तमान समय में जयपुर जिले के नगरीय एवं ग्रामीण क्षेत्रों में तीव्र जनसंख्या गतिषीलता विद्यमान है। जनसंख्या गत्यात्मकता का भूमि उपयोग पर अत्यधिक प्रभाव पड़ता है, क्योंकि किसी भी क्षेत्र में प्राकृतिक संसाधनों की उपलब्धता निष्चित होती है जो कि एक सीमित जनसंख्या को पोषण उपलब्ध करवाने में सक्षम होती है। लेकिन जैसे-जैसे प्राकृतिक भू-दृष्य पर लोगों की संख्या में वृद्धि होती जाती है, तो संसाधनों के उपयोग में भी वृद्धि होती है। प्रारम्भ में जब तक जनसंख्या सीमित रहती है तो कृषि योग्य भूमि का विकास होता है, नवीन तकनीक के माध्यम से उत्पादन एवं उत्पादकता में वृद्धि के अनेक प्रयास किए जाते हैं। कृषि आधुनिकीकरण के तहत कृषि भूमि उपयोग में परिवर्तन, नई तकनीक, मशीनीकरण, रासानिक खाद, नई किस्म के उन्नत बीज, विभिन्न कीटनाशक दवाईयाँ, उन्नत सिंचाई, कीट प्रतिरोधी फसलें, जीवाणु खाद, उचित विपणन आदि का कृषि में उपयोग बढ़ता है जिससे कृषि उत्पादन में वृद्धि होती है। किसान जीवन निर्वहन, कृषि से ऊपर उठकर व्यापारिक कृषि की ओर बढ़ने लगते हैं, जिससे उनकी सम्पन्नता भी बढ़ती है। क्षेत्र का स्वरूप परिवर्तित होने लगता है, सर्वप्रथम परिवर्तन भूमि उपयोग में दृष्टिगत होता है। प्राकृतिक भू-दृष्य में धीरे-धीरे सांस्कृतिक परिवेष स्थान लेने लगता है, आवासीय क्षेत्र का विकास होने लगता है, विभिन्न सामाजिक गतिविधियों में वृद्धि होती है, परिवहन जाल का तीव्र गति से विकास होने लगता है, विभिन्न आर्थिक गतिविधियाँ संचालित होने लगती हैं। लेकिन जैसे-जैसे जनसंख्या वृद्धि अधिक होने लगती है, तो कृषि योग्य भूमि का उपयोग अन्य गैर-कृषिगत कार्यों में किया जाने लगता है, जैसे आवास, वाणिज्य, व्यवसाय, मनोरंजन एवं अन्य जनसुविधाओं के विकास में भूमि का उपयोग किया जाने लगता है एवं अर्थव्यवस्था के प्राथमिक क्षेत्र का स्थान द्वितीयक एवं तृतीयक क्षेत्र लेने लगता है।

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International Journal of Geography, Geology and Environment
How to cite this article:
दुर्गा, इंदु यादव. जयपुर जिले के भूमि उपयोग पर जनसंख्या गत्यात्मकता के प्रभाव का भौगोलिक अध्ययन. Int J Geogr Geol Environ 2023;5(2):71-77.
International Journal of Geography, Geology and Environment
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