जयपुर जिले में पर्यटन एवं इसके सकारात्मक प्रभावों का एक विशेष अध्ययन
Author(s): चंचल गुप्ता
Abstract: पर्यटन एक ऐसी गतिविधि है जिसमें लोग किसी विशेष स्थान पर यात्रा करते हैं ताकि वे वहाँ की संस्कृति, प्राकृतिक सुंदरता, ऐतिहासिक स्थल एवं अन्य आकर्षणों का आनंद ले सकें। पर्यटन के कई प्रकार होते हैं, जिसमें सांस्कृतिक पर्यटन के तहत लोग अन्य संस्कृतियों, परंपराओं और ऐतिहासिक स्थलों का अन्वेषण करते हैं। प्राकृतिक पर्यटन के अन्तर्गत प्राकृतिक सौंदर्य, पहाड़, समुद्र तट, वन्यजीव और प्राकृतिक संरचनाओं की यात्रा करते हैं। धार्मिक पर्यटन में लोग धार्मिक स्थलों की यात्रा करते हैं, जैसे मंदिर, मस्जिद, चर्च आदि। एडवेंचर पर्यटन में लोग साहसिक गतिविधियों जैसे ट्रैकिंग, स्कूबा डाइविंग, रिवर राफ्टिंग आदि के लिए यात्रा करते हैं। जयपुर जिले में प्रमुख पर्यटन स्थलों में हवा महल, नाहरगढ़ किला, जयगढ़ किला, जल महल, अल्बर्ट हॉल म्यूजियम, गलताजी, बिरला मंदिर, चोखी ढाणी, झालाना लैपर्ड कंजर्वेशन रिजर्व, जंतर मंतर, वर्ल्ड ट्रेड पार्क, रामबाग पैलेस, अक्षरधाम मंदिर, साम्भर झील, षाकम्भरी माता, जोबनेर माता, पन्ना मीना कुंड, जोहरी बाजार आदि को सम्मिलित किया गया है। अध्ययन क्षेत्र के पर्यटन स्थलों पर प्रतिवर्ष लाखों देषी एवं विदेषी पर्यटक भ्रमण के लिए आते हैं। विगत दषकों में यहाँ पर्यटन एक उद्योग का रूप धारण कर चुका है। जिले में बढ़ते हुए पर्यटन के विभिन्न सकारात्मक प्रभाव पड़ रहे हैं। पर्यटन न केवल एक मनोरंजन का साधन है, बल्कि यह स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी लाभ पहुँचाता है, जिससे रोजगार के अवसर बढ़ते हैं, आधारभूत सुविधाओं में वृद्धि होती है और संस्कृति का आदान-प्रदान होता है। अध्ययन क्षेत्र में सामाजिक बुराईयों में कमी आती है एवं सामाजिक जागरूकता में लगातार बढ़ोतरी होती है।
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How to cite this article:
चंचल गुप्ता. जयपुर जिले में पर्यटन एवं इसके सकारात्मक प्रभावों का एक विशेष अध्ययन. Int J Geogr Geol Environ 2024;6(2):156-160.